इजराइल का इतिहास
इजराइल का इतिहास दुनिया का इकलौता यहूदी बहुल देश है| यह और दोनों धर्मों का जन्म स्थान है| इसराइल अधिकारिक तौर पर स्टेट आफ इजरायल के रूप में जाना जाता है जो पश्चिम एशिया में स्थित है| यह लेबनान, सीरिया ,जॉर्डन, इजिप्त और फिलीस्तीनी क्षेत्र विश्व बैंक और गाजा पट्टी के साथ सीमा साझा करता है| इस पूरे क्षेत्र को लेवेंट के नाम से जाना जाता है| तेल अवीव इजरायल का आर्थिक और तकनीकी केंद्र है जबकि इसकी सरकार और घोषित राजधानी जेरुसलेम है| 1047 ईसा पूर्व में इजरायल साम्राज्य का पहला राज्य था सौल| इस राज्य के भविष्य के राजा डेविड और सोलोमन होते हैं जो बाइबिल की कहानियों में बहुत प्रसिद्ध है|
इजराइल का इतिहास
एक और अनोखा इतिहास
डेविड और सोलोमन दोनों को यहूदी ईसाई और इस्लाम इन ग्रंथों में व्यापक रूप से संदर्भित किया गया है| सोलोमन ९५७ ईसा पूर्व में जेरुसलेम में एक मंदिर बनवाया जिसे प्रथम मंदिर के रूप में जाना जाता है| 931 ईसा पूर्व में सोलोमन की मृत्यु के बाद यह राज्य विभाजित हो जाता है इजरायल के उत्तरी साम्राज्य जुड़ा के दक्षिण साम्राज्य में | 172 ईसा पूर्व में न्यू सीरियल साम्राज्य द्वारा इजरायल के साम्राज्य पर विजय प्राप्त की गई| इजरायल राज्य की आबादी को निर्वासित कर दिया गया और वह जोधा के राज्य में बस गए| जुदा साम्राज्य फेज़ ईसा पूर्व तक अस्तित्व में रहा जब इसे न्यू बेबिलोनिया साम्राज्य द्वारा जीता गया| बेबिलोनिया ने जेरुसलेम को लूट लिया और सोलोमन के मंदिर को नष्ट कर दिया था और इस राज्य के लोगों को निर्वासित कर दिया गया|
530 ईसा पूर्व में पॉजिशन आधे मिनट साम्राज्य के राजा साइरस ने न्यू बेबिलोनिया यूनियन साम्राज्य पर विजय प्राप्त की| साइरस ने अपने साम्राज्य में धार्मिक स्वतंत्रता प्रदान कि| इजरायल के निर्वासित लोग जेरुसलेम लौटने में सक्षम थे और उन्होंने स्वावलंबन के मंदिर का पुनर्निर्माण किया जिसे दूसरा मंदिर कहा जाता है| मासिदोन के ग्रीक साम्राज्य में अलेक्जेंडर राजा बनता है और उन्होंने 331 ईसा पूर्व में गौगामेला की लड़ाई में पोशिया को हरा देता हें| और पूरा साम्राज्य पर विजय प्राप्त कर लेते हैं| अलेक्जेंडर की मृत्यु 323 ईसा पूर्व में बेबिलोनिया में हुई और उनकी मृत्यु के बाद उनके साम्राज्य को उनके सेनापतियों के बीच बंट जाता है|
इजरायल जो जुडीआ के नाम से जाना जाता था उसका क्षेत्र सेलेउसिड साम्राज्य और प्तोलेमैक साम्राज्य के बीच की सीमा बन जाती है|२०० ईसा पूर्व में सेलेउसिड साम्राज्य के नियंत्रण में आ जाता है| सेलेउसिड राजा ने यहूदी धर्म को मिटाने की कोशिश की इसके कारण 167 ईसा पूर्व में मचकॅबेअन विद्रोह हुआ| ग्रीस की हार हुई और इस विद्रोह में यहूदी लोगों के लिए एक सफलता थी| यहूदी लोगों ने एक नए स्वतंत्र राज्य का गठन किया जिसे जूलिया के हारमोनियम साम्राज्य के रूप में जाना जाता है| यह साम्राज्य 63वीं साल पूर्व तक स्वतंत्र रहा जब इसे रोमांस में जीत लिया था| रोमांस ने इसे रोमन जागिरदार राज्य के रूप में बनाया|
37वीं सा पूर्व में ही हेरोड द्वारा हस मान्य साम्राज्य को समाप्त कर दिया जाता है और फिर हेरोडीन साम्राज्य का गठन होता है| यह रोमांस के अधीन एक जागीरदार राज्य था| इसी समय जीसस का जन्म बेथलेहम शहर में होता है और उन्हें 25 और 35 इसवी के बीच रोमन गवर्नर द्वारा मार दिया जाता है| जीसस 12 अनुनाई जो यहूदी थे उन्होंने एक नए धर्म ईसाई धर्म के निर्माण पर काम किया| यहूदी पूरे रोमन साम्राज्य की आबादी का दस प्रतिशत हिस्सा था| 66 इसवी में यहूदियों ने रोमांस के विरुद्ध एक विद्रोह शुरू किया जिसे यहूदि रोमन युद्ध की शुरुआत हुई|
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एक और अनोखी कहानी
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135 इसवी में यहूदियों की हार हुई और यह हार यह देखिए एक बहुत बड़ी आपदा थी| जेरूसलम और उनके मंदिर को रोमांस ने नष्ट कर दिये और यह जो को निर्वासित कर दिया गया| यहूदी रोमन साम्राज्य में उत्पीड़न अल्पसंख्यक बन गए| कई यह दिशा बदल के रसायन साम्राज्य में भाग गए जो आर्थिक धार्मिक सहिष्णुता थे| 380 इसवी में रोमन सम्राट थेदोशिअस प्रथम ने ईसाई धर्म को रोमन साम्राज्य का आधिकारिक धर्म बना दिया| 395 में उनकी मृत्यु बोध रोमन साम्राज्य, पश्चिम रोमन साम्राज्य और पूर्वी रोमन साम्राज्य या ब्यझानतीने रोमन साम्राज्य में विभाजित हो गया| इसाई धर्म तेजी से पूरे साम्राज्य में फैल गया|
यहूदियों की संख्या दस से पंद्रह प्रतिशत थी| यहूदियों पर प्रतिबंध धीरे-धीरे बढ़ते गए जैसे उनके मंदिर बनाने पर प्रतिबंध लगाना और उन्हें उच्च पद पर स्थान देना| बेन हुशिल रोमनों के खिलाफ हुए विद्रोह के लीडर बने| 6 लेवल इसवी में संस्थानिक राजा ने ब्यझानतीन साम्राज्य पर आक्रमण किया और ६१४ इसवी में जेरूसलम पर कब्जा कर लिया| यहूदी लोगों ने ससनिअन की मदद की बेन हुशिल को जेरूसलम का राज्यपाल बनाया गया| लेकिन 1628 इसवी में ससनिअन ने शांति संधि के अनुसार जेरूसलम ने ब्यझानतीन को वापस कर दिया| ब्यझानतीन द्वारा जेरूसलम का वापस लेने के बाद उन्होंने यहूदियों का नरसंहार किया और उन पर प्रतिबंध लगा दिया|इजराइल का इतिहास
७ वी शताब्दी के दौरान अरब में एक नए धर्म इस्लाम का जन्म हुआ| राशीडून कॅलीफाते के नए इस्लामी साम्राज्य का तेजी से विस्तार हुआ| 635 इसवी में राशीडून कॅलीफाते ने लेवन पर विजय प्राप्त की और उन्होंने इसे बिल्कुल कल शाम का अपना प्रांत बनाया| 661 इसवी मैं उमय्याद कॅलीफाते नया इस्लामिक साम्राज्य बना| ९९५ इसवी में उमय्याद कॅलीफाते, अब्दुल मलिक ने टेंपल माउंट पर डोंट नो द रॉक और फिर ७०५ में अल-अक्सा मस्जिद का निर्माण किया| टेंपल माउंट को यहूदी ईसाई और इस्लाम इन तीनों के लिए यह सबसे पवित्र स्थान माना जाता है|
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एक और अनोखी कहानी
११ शताब्दी के मध्य में एक नए इस्लामिक तुर्की साम्राज्य जिसे ग्रेड सेल्जुक एंपायर कहा जाता है पश्चिम एशिया पर विजय प्राप्त की| १०७१ इसवी ब्यझानतीन की लड़ाई में सेल्जुक सेना ने बीच सेंटेंस को हरा दिया और इस हार के बाद धर्म युद्ध जिसे इंग्लिश में क्रुसदेस कहा जाता है इसकी शुरुआत हुई| यूरोप से ईसाई सेना इस्लामी साम्राज्य से लड़ने के लिए आई| १०९९ इसवी प्रथम पृष्ठ की समाप्ति के बाद इस आई सेना ने जेरूसलम पर कब्जा कर लिया| शहर के यहूदी और मुस्लिम आबादी दोनों का नरसंहार किया गया और फिर यह एक नए इसाई साम्राज्य का गठन किया गया|
1187 इसवी में हाथियों की लड़ाई में सुल्तान सलाहुद्दीन ने इसाई सेना को हरा दिया था| सलादीन जेरूसलम शहर पर कब्जा कर लिया लेकिन उन्होंने शहर के गैर मुस्लिम आबादी को नहीं मारा| १२५० इसवी में इजिप्ट के मामलों सल्तनत का गठन किया गया और १२९१ इसवी में समाप्त कर दिया| इस हार के बाद यूरोप में यहूदियों का उत्पीड़न और निष्कासन बढ़िया है और 14वीं शताब्दी के दौरान Black Death रोग जिसने यूरोप की आधी आबादी को खत्म कर
दिया था इसके लिए यहूदियों को दोषी ठहराया गया और बेल्जियम, स्विट्जरलैंड,स्पेन, जर्मनी के यह जी समुदायों को नरसंहार किया गया|
१८वीं शताब्दी के अंत में फ़्रांस में नेपोलियन बोनापार्ट के का उदय हुआ| १७९८ में नेपोलियन ने इजिप्ट ने ऑटोमन साम्राज्य के खिलाफ अपना अभियान शुरू किया|१७९९ में उसने इज इट पर कब्जा कर लिया और फिर यहूदी लोगों के लिए एक अलग राज्य बनाने की योजना बनाई लेकिन कुछ दिनों बाद लड़ाई में नेपोलियन की हार हुई और यहूदियों के लिए एक अलग राज्य बनाने की योजना रद्द कर दी गई| १८९७ में स्विट्जरलैंड के बेसल शहर में पहली झीओनिस्त कांग्रेस का आयोजन किया गया| इसकी अध्यक्षता थेओडोर हझल ने की| थेओडोर हझल को राष्ट्रपिता के रूप में जाना जाता है| एक अलग यह देश बनाने के प्रयास का ऑटोमन साम्राज्य ने विरोध किया था|
इजराइल का इतिहास
एक और अनोखा इतिहास
कुछ सालों बाद १९१४ में प्रथम विश्व युद्ध छिड़ गया और ऑटोमन साम्राज्य जर्मन साम्राज्य के पक्ष में शामिल हो गया| 1972 में ब्रिटिश विदेश मंत्री और यह समर्थन के बदले में एक यहूदी मातृभूमि का वादा करते हुए एक पत्र लिखा और उसी तरह उन्होंने अरबों का समर्थन देने का भी वादा किया जो ऑटोमन साम्राज्य के खिलाफ अपनी स्वतंत्रता के लिए लड़ रहे थे| १९१८ में प्रथम विश्व युद्ध की समाप्ति के बाद मिडल ईस्ट को ब्रिटिश और फ्रांसीसी के बीच विभाजित किया जाता है और यह क्षेत्र ब्रिटिश मैंडेट के अधीन आ गया| सैकड़ों और हजारों यहूदी वादा किया गई वहीं देश में आकर बस गए| लेकिन फिर सितंबर १९४० में वर्ल्ड वर टू छिड़ गया युद्ध के दौरान लगभग छह मिलियन यहूदी मारे गए|
1945 में वर्ल्ड वर टू युद्ध की समाप्ति हुई और हजारों यहूदी वादा किए गए देश में आए| 14 में 1948 को अंग्रेज इस क्षेत्र से हट गए और फिर यहूदियों ने अपनी स्वतंत्रता की घोषणा की और इज़राइल राज्य की स्थापना की| डेविड बेन गुरियन इजरायल के पहले प्रधानमंत्री बने| इसके जवाब में अरब देशों ने 1948 में युद्ध की घोषणा कर दी यह प्रथम अरब इजरायल युद्ध की शुरुआत थी| शुरुआती नुकसान के बाद जीत इजरायल के पक्ष में बदल गया| उन्होंने सेना को खदेड़ दिया और कुछ क्षेत्रों पर भी विजय प्राप्त कर दो|इजराइल का इतिहास